भारत ‌संरचनात्मक दृष्टि से गांवो का देश है ,और सभी ग्रामीण समुदायों में अधिक मात्रा में कृषि कार्य किया जाता है इसी लिए भारत को भारत कृषि प्रधान देश की संज्ञा भी मिली हुई है। लगभग 70% भारतीय लोग किसान हैं। वे भारत देश के रीढ़ की हड्डी के समान है।  किसान को धरती पुत्र भी कहा जाता है, अमीर हो या गरीब, राजा हो या उद्योगपति सभी का जीवन किसान की मेहनत पर आश्रित है। किसान दिन-रात गर्मी, बारिश, ठंड की परवाह किए बिना अपने खेतों में अपने श्रम से फसलें उगाता है और वही अनाज पूरे देश के लोगों की भूख को शांत करता है।

बदलती परिस्थितियों के अनुसार कृषि क्षेत्र में जिस तरह के बदलाव हो रहे हैं, उसके समाधान के लिए भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहा है: डॉ. हिमांशु पाठक

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने 16-18 जुलाई 2023 तक राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा, नई दिल्ली में अपना 95वां स्थापना और प्रौद्योगिकी दिवस मनाया। इस अवसर पर, शानदार प्रदर्शनी का आयोजन किया

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पीएम किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त में 17 हजार करोड़ रु. किसानों के खातों में जमा

1.25 लाख पीएम किसान समृद्धि केंद्र राष्ट्र को समर्पित, सल्फर कोटेड यूरिया (यूरिया गोल्ड) लांच ओपन नेटवर्क फार डिजिटल कामर्स पर 1600 से अधिक एफपीओ

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